मैं
एक पत्थर हूँ
बहुत बड़ा-सा
बहुतों के रास्ते में - अड़ा-सा
जब तक
कोई ठोकर मारे
उससे पहले
मैं खुद ही हट जाता हूँ
और गल्ती से
इंसान-सा व्यवहार
कर जाता हूँ।
--------- सुरेन्द्र भसीन
एक पत्थर हूँ
बहुत बड़ा-सा
बहुतों के रास्ते में - अड़ा-सा
जब तक
कोई ठोकर मारे
उससे पहले
मैं खुद ही हट जाता हूँ
और गल्ती से
इंसान-सा व्यवहार
कर जाता हूँ।
--------- सुरेन्द्र भसीन
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