अधूरापन
एक सपना
एक चाह
एक चाँद ही
रह जाता है पीछे/करता है पीछा
करता/होता हुआ-सा
अधूरा.....
दिल में
अरमान बना/बसा-सा रह जाता
बस रोज
दिख-दिख जाता
पास/हाथ
कभी न आता.....
पीछे एक अधूरापन रह जाता
कभी पूरा न हो पाता
फिर .. फिर नया दिन निकल आता
अपने को दोहराता।
-------- सुरेन्द्र भसीन
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