Saturday, March 3, 2018

जल्दी क्यों है ?


जल्दी क्यों है ?

हर ईंसान
वक्त की गति से
कुछ तेज ही चलना चाहता है
वह पीछे न रह जाए कहीं
कुछ छूट न जाए उससे कहीं
इससे बड़ा घबराता है-
जल्दी-जल्दी चलना-फिरना
जल्दी-जल्दी खाना-पीना
जल्दी छोटे से बड़ा होना
बड़े से बूढ़ा होना,
जल्दी नोकरी
जल्दी से शादी
सब समय से पहले
जल्दी-जल्दी
अपने हाथों सब करते जाना...
वक्त पर कुछ न छोड़ना
घड़ी से पहले...
अशांति में, बेचैनी में, अविश्वास में,
हड़बड़ी में, घबराहट में...
कारण...!
कुछ नहीं पता?
----- सुरेन्द्र भसीन

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