"बंद आँखें नहाना"
माना मैंने
कि तुम्हें किसी ने
नग्न नहाते नहीं देखा
पानी में डुबकी लगाते या फिर
लोटा-लोटा नहाते ... ।
मगर तुमने तो देखा है कि नहीं
कई बार अपने आप को नहाते.... नहाते ।
कैसा लगता है ?
किसी मजबूर से रिश्वत मांगते?
अपनी बीवी को बेवजह पीटते ?
नशे में किसी दूसरी को जबरदस्ती
अपनी बांहों में भींचते ?
अपने माँ-बाप को
खरी-खोटी सुनाते,
उनकी अवहेलना करते,
उनको रोटी-कपड़े के लिए तरसाते और
ऐसी ही अपनी तमाम गुस्ताखियों को
खोखले, नीचता पूर्ण तर्कों से ढांपते...।
सच !
क्या तुमने सचमुच
कभी नहीं देखा
अपने को नग्न -
क्रोध में, लालच में, वासना में
डुबकी लगाते या लोटा-लोटा नहाते।
नहीं देखा ! कभी नहीं देखा?
तो देख लो !
----------- - सुरेन्द्र भसीन
माना मैंने
कि तुम्हें किसी ने
नग्न नहाते नहीं देखा
पानी में डुबकी लगाते या फिर
लोटा-लोटा नहाते ... ।
मगर तुमने तो देखा है कि नहीं
कई बार अपने आप को नहाते.... नहाते ।
कैसा लगता है ?
किसी मजबूर से रिश्वत मांगते?
अपनी बीवी को बेवजह पीटते ?
नशे में किसी दूसरी को जबरदस्ती
अपनी बांहों में भींचते ?
अपने माँ-बाप को
खरी-खोटी सुनाते,
उनकी अवहेलना करते,
उनको रोटी-कपड़े के लिए तरसाते और
ऐसी ही अपनी तमाम गुस्ताखियों को
खोखले, नीचता पूर्ण तर्कों से ढांपते...।
सच !
क्या तुमने सचमुच
कभी नहीं देखा
अपने को नग्न -
क्रोध में, लालच में, वासना में
डुबकी लगाते या लोटा-लोटा नहाते।
नहीं देखा ! कभी नहीं देखा?
तो देख लो !
----------- - सुरेन्द्र भसीन
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