....उनकी याद में
एक वर्ष बीत गया प्रिय पिता व कवि बलदेव वंशी को हमसे
जुदा हुए। आईये हम मिलें ,बैठें साथ-साथ अपने अनुभव साझा करने 2फरवरी, 2019 शाम 5.00 बजे हिंदी भवन दिल्ली।
'ऋत अभी शेष है' उनके नवीनतम काव्य संग्रह के विमोचन के साथ श्री प्रेमजन्मजेय,.............
और आप अपनी मन की बात रखेंगे श्री....
की अध्यक्षता में।
.....आप आ रहे हैं न!
इंतजार-
क
ख
ग
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