सैनिक
किसी भी
पेड़ पर फल-फूल आने से
वह बड़ा खुश हो जाता है
फूला नहीं समाता है....
मग़र क्या एक भी फल
वह कभी खुद खाता है...
नहीं, सभी कुछ स्वयं
धरती माँ पर लौटाकर,गिराकर ही
पूरा हो जाता है।
- (26जनवरी पर विशेष)
----- सुरेन्द्र भसीन
किसी भी
पेड़ पर फल-फूल आने से
वह बड़ा खुश हो जाता है
फूला नहीं समाता है....
मग़र क्या एक भी फल
वह कभी खुद खाता है...
नहीं, सभी कुछ स्वयं
धरती माँ पर लौटाकर,गिराकर ही
पूरा हो जाता है।
- (26जनवरी पर विशेष)
----- सुरेन्द्र भसीन
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