बदलाव
चलने नहीं दिया जा सकता
जो सदियों से चलता चला जा रहा है
कहीं तो रूक कर,
सोच कर
बदलना होगा
जो गलत होता चला जा रहा है
जब हवाएँ भी रूख़ और
नदियाँ तक रास्ता बदलती हैं
तो हमें भी बदलना होगा
वक्त के साथ चलना होगा।
-------- सुरेन्द्र भसीन
चलने नहीं दिया जा सकता
जो सदियों से चलता चला जा रहा है
कहीं तो रूक कर,
सोच कर
बदलना होगा
जो गलत होता चला जा रहा है
जब हवाएँ भी रूख़ और
नदियाँ तक रास्ता बदलती हैं
तो हमें भी बदलना होगा
वक्त के साथ चलना होगा।
-------- सुरेन्द्र भसीन
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